कांवड मेले को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने अपनी तैयारी पूरी कर ली है। कांवड मेले को स्वास्थ्य विभाग ने 05 सेक्टरों में विभक्त किया है। जिनमें स्वास्थ्य विभाग की ओर से 21 अस्थाई शिविर और निजी हॉस्पिटलों की ओर से भी 05 शिविर लगाते हुए कांवड़ियों को निःशुल्क उपचार की व्यवस्था की जा रही है। कांवड यात्रा के दौरान दुर्घटनाग्रस्त गम्भीर घायलों व गम्भीर मरीजों को स्थाई हॉस्पिटलों तक पहुुंचने के लिए कांवड मेले के दौरान 29 एम्बुलेंस 108, 11 एम्बुलेंस राजकीय और 13 प्राइवेट एम्बुलेंसो को तैनात किया जा रहा है। इसके अलावा 108 की 05 एम्बुलेंसो को रिजर्व में रखा जा रहा है। प्रशासन की ओर से कांवड़ मेले में 05 करोड़ कावंडियों के हरिद्वार पहुंचने की सम्भावना जताई गयी है। जिसको देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने अपनी पूरी तैयारी करते हुए उसके अमली जामा पहनाने के लिए अन्तिम रूप दे दिया है।
उन्होंने बताया कि कांवड मेले का स्वास्थ्य नोएल अधिकारी की जिम्मेदारी डॉ. आरके सिंह को सौपी गयी है। जिनके सहयोगी के तौर पर सहायक नोडल अधिकारी बीके गुप्ता को बनाया गया है। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग की ओर से स्वास्थ्य की दृष्टि से कांवड मेले को 05 सेक्टरों में बांटा है। जिनमें 05 सेक्टर प्रभारियों को नियुक्त किया गया है। हरिद्वार शहर सेक्टर प्रभारी डॉ. नरेश चौधरी, श्यामपुर क्षेत्र सेक्टर प्रभारी डॉ. शादाब सिद्वकी, बहादराबाद सेक्टर प्रभारी डॉ. सुबोध जोशी, रूड़की सेक्टर प्रभारी डॉ. अभिमन्यु ठाकुर और नारसन सेक्टर प्रभारी डॉ. गम्भीर तालियान को बनाया गया है। जिनको उनके क्षेत्र के चिकित्सा शिविरों की पूरी जानकारी देते हुए उनमें तैनात चिकित्सकों, फार्मेसिस्ट समेत स्टॉफ की पूरी जानकारी देते हुए अपनी जिम्मेदारियों को गम्भीरता से निभाने के लिए निर्देशित किया गया है।
उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा कांवडियों के लिए 03 जुलाई से अपने अस्थाई शिविरों का श्रीगणेश कर देगा। वर्ष 2022 में देशभर से कांवड मेले में हरिद्वार पहुंचे कांवडियों में से 1 लाख 78 हजार 1 सौ तेरपन कांवडियों ने स्वास्थ्य लाभ लिया था। जबकि उस वर्ष 03 करोड़ कांवडिये हरिद्वार पहुंचे थे। लेकिन इस बार 05 करोड़ कांवडियों के हरिद्वार पहुंचने की सम्भावना प्रशासन द्वारा जताई जा रही है। जिसको ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने अपनी पूरी तैयारी कर ली है।
स्वास्थ्य नोडल अधिकारी डॉ. आरके सिंह
कांवड मेला स्वास्थ्य नोडल अधिकारी डॉ. आरके सिंह ने बताया कि
कांवड मेले में स्थापित 21 अस्थाई शिविर कांवडियों को 24 घंटे अपनी सेवाए लगातार देगें। स्वास्थ्य अस्थाई शिविरों का संचालन तीन शिफ्टों में किया जाएगा। स्वास्थ्य के प्रत्येक अस्थाई शिविर में एक शिफ्ट में चिकित्सक, फार्मेसिस्ट समेत पांच स्टॉफ तैनात रहेगें। स्वास्थ्य शिविरों में कांवड़ियांे को अमूमन होने वाली बीमारी व परेशानी से सम्बंधित उपचार के औषधी मौजूद रहेगी। शिविरों में एंटी स्नैक और एंटी रेबिज इंजेक्शन भी प्रत्येक शिविरों में उपलब्ध कराये गये है। कांवड यात्रा में तीर्थनगरी पहुंचने वाले कांवडियों को किसी भी प्रकार के स्वास्थ्य सम्बंधी परेशानियों से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह सजग है। स्वास्थ्य विभाग का प्रत्येक चिकित्सक, फार्मेसिस्ट व स्टॉफ तन्मयता के साथ कांवडियों की सेवाभाव के लिए अपने अपने को समर्पित करेगा।
उन्होंने बताया कि दुर्घटना में गम्भीर घायलों व गम्भीर बीमारी के मरीजों को उपचार देने के लिए जनपद के स्थाई 13 हॉस्पिटल 24 घंटे अलर्ट मोड़ पर रहेगें और किसी भी आपात की स्थिति में अपनी सेवाए मरीजों को उपलब्ध करायेगें। स्वास्थ्य विभाग के साथ कंधे से कंधा मिलाकर 05 निजी हॉस्पिटल भी स्वास्थ्य शिविर लगाकर कांवडियों को निःशुल्क सेवाएं उपलब्ध करायेगें। इसके अलावा गम्भीर मरीजों को अपने स्थाई हॉस्पिटल के जरिये भी उनका उपचार करने में स्वास्थ्य विभाग की मदद करेेगें। स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर जो 05 निजी हॉस्पिटल अपने सेवाए दे रहे है। उनमें भूमानंद हॉस्पिटल ज्वालापुर हाईवे, जया मैक्स वैल बहादराबाद, कोर मेडिकल कॉलेज रूड़की हाईवे, आरोग्यम हॉस्पिटल भगवानपुर और ध्रुव चैरिटेबल हॉस्पिटल श्यामपुर कांगड़ी हरिद्वार शामिल है।
सहायक नोएल अधिकारी बीके गुप्ता ने बताया कि
कांवड मेले में स्थापित किये गये अस्थाई शिविरों में दवाओं की आपूर्ति कराने की जिम्मेदारी 07 सुपरवाईजरों को दी गयी है। जोकि जिन शिविरों से दवाओं की डिमांड की जाएगी। सुपरवाईजर टीबी हॉस्पिटल में स्थापित कांवड मेला स्वास्थ्य कंट्रॉल रूम से दवा को लेकर शिविरों तक आपूर्ति करेगें। कांवड मेले में भीड का दबाव हो या फिर भारी बरसात लेकिन सुपरवाईजर किसी भी स्थिति से निपटते हुए अपनी जिम्मेदारियों को बाखूबी से निभायेगा।
उन्होंने बताया कि कांवड मेले में बैरागी कैम्प, शंकराचार्य चौक, हरकी पौड़ी क्षेत्र, रोड़ीबेलवाला क्षेत्र और पंतद्वीप क्षेत्र में कांवड़ियों को भारी दबाव रहता है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से विशेष तौर पर निगाह रहेगी और वहां स्थापित शिविरों के चिकित्सकों व फार्मेसिस्टों से अलर्टता के साथ ड्यूटी निभाने को कहा गया है। कांवड मेले में स्वास्थ्य विभाग पूरी सजगता के साथ अपनी जिम्मेदारियों को निभायेगा।