यह खबर पढ़कर आप चौंक जाएंगे। अभी तक आपने सड़कों पर जाम लगने की बात सुनी है लेकिन अब सामने आया है कि अंतरिक्ष में भी जाम की समस्या पैदा हो गयी है। अंतरिक्ष में यह जाम बड़ी संख्या में छोड़ी जा रही सैटेलाइट की वजह से लग रहा है। वैज्ञानिकों ने चिंता जतायी है कि समय रहते यदि इस समस्या का निदान नहीं निकाला गया तो परिणाम भयावह हो सकते हैं।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पृथ्वी की निचली कक्षा में हजारों की संख्या में विभिन्न देशों के उपग्रह चक्कर लगा रहे हैं, साथ ही करोड़ों की संख्या में उपग्रहों का मलबा लगातार घूम रहा है, जिससे अंतरिक्ष गतिविधियों के लिए खतरा पैदा हो गया है। रिपोर्ट्स के अनुसार, वर्तमान में 14 हजार से ज्यादा विभिन्न उपग्रह पृथ्वी की कक्षा में परिक्रमा कर रहे हैं, जिनमें से करीब 3500 निष्क्रिय हैं। साथ ही पिछले प्रक्षेपणों और उपग्रहों के टकराव से पैदा हुए मलबे से हालात तेजी से बिगड़ रहे हैं। पृथ्वी की निचली कक्षा में उपग्रहों के मलबे के कई करोड़ टुकड़े पृथ्वी की कक्षा में चक्कर लगा रहे हैं।
अंतरिक्ष विशेषज्ञों ने हालात पर चिंता जाहिर की है और इस समस्या के समाधान के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग बढ़ाने की अपील की है। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही पृथ्वी की कक्षा में उपग्रहों की बढ़ती संख्या पर ध्यान न दिया गया तो यह अहम क्षेत्र अनुपयोगी हो सकता है। अक्तूबर के अंत में संयुक्त राष्ट्र के अंतरिक्ष यातायात समन्वय पैनल ने एलईओ (लो अर्थ ऑर्बिट-पृथ्वी की निचली कक्षा) के का व्यापक डेटाबेस तैयार करने की जरूरत पर जोर दिया है।