हरिद्वार में कांवड़ मेला संपन्न हो गया है। इसके बाद हरकी पैड़ी पर हर जगह गंदगी फैली दिखी। हर तरफ कूड़ा ही कूड़ा फैला है। इस बार मेले में चार करोड़ चार लाख 40 हजार कांवड़ यात्री पहुंचे हैं। हरिद्वार में कांवड़ मेले के बाद क्षेत्र में फैले कूड़े को साफ करने के लिए निगम प्रशासन ने 24 घंटे का समय निर्धारित किया है। इसके लिए सफाई कर्मचारियों को तैनात कर दिया गया है। नगर निगम के सफाई कर्मचारियों के साथ आउट सोर्स के माध्यम से हायर किए गए एक हजार अन्य सफाई कर्मियों को भी लगाया गया है।
22 जुलाई से दो अगस्त तक चले 12 दिवसीय कांवड़ मेले के दौरान शहर की सफाई व्यवस्था को बेहतर करने के लिए निगम प्रशासन ने पहले से ही तैयारी की हुई थी, इसके लिए निगम क्षेत्र को सात जोन में बांटा गया था। प्रत्येक जोन में सफाई व्यवस्था बेहतर करने के लिए पर्याप्त मात्रा में सफाई कर्मचारी तैनात किए गए। मेला अवधि के दौरान नगर निगम ने मेला क्षेत्र से प्रतिदिन 420 मिट्रिक टन कूड़े का उठान किया, पूर्ण मेला अवधि के दौरान 4636 मिट्रिक टन कूड़े का उठान मेला क्षेत्र से किया गया, लेकिन अभी भी मेला क्षेत्र के साथ गंगा घाटों पर कूड़े अटा हुआ है। सभी घाटों के साथ मेला क्षेत्र की सफाई के लिए निगम प्रशासन ने काम करना शुरू कर दिया है। इसके लिए सफाई कर्मचारियों को 24 घंटे में मेला क्षेत्र की सफाई करने का टास्क दिया गया है। माना जा रहा है कि शनिवार शाम तक मेला क्षेत्र को पूरी तरह साफ कर लिया जाएगा। 60 वार्डों में फैले नगर निगम हरिद्वार में सफाई व्यवस्था के लिए 663 सफाई कर्मचारी कार्यरत हैं, इसमें 250 सफाई कर्मचारी नियमित हैं। कांवड यात्रा के दौरान सफाई व्यवस्था को बेहतर करने के लिए एक हजार सफाई कर्मचारी आउटसोर्स से भी निगम प्रशासन ने हायर किए हुए हैं। निगम प्रशासन ने सभी कर्मचारियों को मेला क्षेत्र की सफाई युद्ध स्तर पर अगले 24 घंटे में करने के निर्देश जारी किए हैं।