हाथरस में सत्संग के दौरान हुए हादसे के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने आज घटना में घायल मरीजों का अस्पताल पहुंच कर हाल जाना और निर्देश दिये कि इलाज में किसी तरह की लापरवाही न हो। घायलों को हर संभव इलाज उपलब्ध कराया जाए। मीडिया से प्रेसवार्ता के दौरान उन्होंने हाथरस हादसे को लेकर कहा कि घटना के लिए जो भी जिम्मेदार होगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
हादसे में 121 लोगों की हुई मौत
हाथरस में मंगलवार कल सत्संग के दौरान मची भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो गई है। भोले बाबा के सत्संग में यहां देश के कई राज्यों से भक्त पहुंचे थे। घायलों से मुलाकात के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीएम योगी ने कहा कि इस पूरे हादसे में 121 भक्तों की मौत हुई है। जो उत्तर प्रदेश के साथ साथ हरियाणा, राजस्थान और मध्यप्रदेश से भी जुड़े हुए थे। प्रदेश में हाथरस, बदायूं, कासगंज, अलीगढ़, एटा, ललितपुर, फैजाबाद, आगरा जनपद के लोग शामिल हैं।
चश्मदीद से की बात
इस घटना के चश्मदीद से बात करने के बाद बताया कि हादसा कार्यक्रम के दौरान ही हुआ। इस कार्यक्रम में जो सज्जन अपना उपदेश देने आए थे और मंच से उतरने के बाद जीटी रोड के पास उनका काफिला आया तो उसे छूने की कोशिश में महिलाओं का एक काफिला आगे बढ़ा और लोग इस हादसे का शिकार हो गए। इसी दौरान वे एक-दूसरे के ऊपर चढ़ते गए। सेवादार भी लोगों को धक्का देते रहे जिसके कारण यह हादसा हुआ।
एडीजी आगरा की अगुवाई में जांच कमेटी गठित
सीएम ने कहा कि इसकी जांच के लिए एडीजी आगरा की अगुवाई में एक कमेटी गठित की गई है। इस घटना की तह तक जाने के लिए उनसे कहा गया है। इस घटना में आयोजकों को भी पूछताछ के लिए भी बुलाया जाएगा। इस तरह का हादसा दोबारा न हो इसके लिए एक एसओपी बनाई जाएंगी ताकि इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।