कांवड यात्रा को लेकर उत्तराखंड पुलिस प्रशासन की टीम अलर्ट मोड में आ गई है। कांवड़ियों की सुरक्षा को लेकर व्यापक कदम उठाए जा रहे हैं। जिन राज्यों के कांवड़ियां हरिद्वार गंगाजल लेने पहुंचते हैं वहां के अधिकारियों के साथ भी आपसी समन्वय बैठाया जा रहा है। इसी क्रम में तय किया गया है कि इस बार पूरी कांवड़ यात्रा की निगरानी सीसीटीवी और ड्रोन कैमरों से होगी। कांवड़ यात्रा के दौरान अफवाह फैलाने वालों के साथ सख्ती से निपटा जाएगा।
सोमवार को कांवड़ यात्रा को लेकर डीजीपी अभिनव कुमार ने पड़ोसी राज्यों के अधिकारियों के साथ भी बैठक कर कांवडियों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर रणनीति तय की। बैठक में सभी अधिकारियों से कांवड़ मेले को सकुशल सम्पन्न करने हेतु सक्रिय सहयोग व निरंतर सूचनाओं के अदान-प्रदान की अपेक्षा की गयी तथा वर्तमान सुरक्षा परिदृश्य में और अधिक व्यवसायिक दक्षता और सहयोग से कार्य करने की आवश्यकता व्यक्त की।
किसी भी अनहोनी से बचने के लिए कांवड़ियों पर सीसीटीवी और ड्रोन से नजर रखने की सहमति जतायी गई। स्थानीय स्तर पर सीमावर्ती राज्यों के जनपदों के क्षेत्राधिकारी एवं थाना प्रभारियों के साथ समन्वय गोष्ठी करने का निर्णय लिया गया। कांवड़ यात्रा के दौरान सोशल मीडिया पर भ्रामक व असत्य प्रचार-प्रसार की कानून व्यवस्था विषयक संवेदनशीलता को देखते हुए सभी राज्यों से सोशल मीडिया मॉनिटरिंग को और अधिक फोक्सड किये जाने का आह्वाहन करते हुए इस प्रकार के भ्रामक प्रचार एवं अफवाहों की तत्काल शेयरिंग करने का अनुरोध किया गया, जिससे कि सत्यता का परीक्षण कर तदानुसार काउन्टर एवं खण्डन की प्रक्रिया प्रारम्भ की जा सके।
कांवड़ यात्रा के दौरान कांवड़ियों को अपना परिचय पत्र साथ रखने, सात फीट से ऊंची कांवड़ न वनाये जाने, रेल की छतों पर यात्रा ना करने हेतु व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाये। बेहतर समन्वय हेतु कांवड़ यात्रा में नियुक्त सीमावर्ती प्रदेशों में नियुक्त अधिकारी हरिद्वार स्थित कंट्रोल रुम में बैठेंगे। त्वरित सूचनाओं के आदान प्रदान हेतु विगत वर्षो की भांति इस वर्ष भी एक व्हाट्सप ग्रुप बना लिया जाये, जिसमें उत्तर प्रदेश/ उत्तराखण्ड़/ हरियाणा के कावंड़ मार्ग के सभी थाना प्रभारी/ क्षेत्राधिकारी तथा वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे।
कांवडियों हेतु निर्देशिका एवं पम्पलेट बनाकर उनका प्रचार-प्रसार कराया जाए। पोस्टर /बैनर के माध्यम से कांवडियों को नहर पटरी का प्रयोग करने हेतु प्रोत्साहित किया जाये। आबादी वाले स्थानों, अस्पताल, स्कूलों, एवं वरिष्ठ नागरिकों के आवासों के पास डीजे के प्रयोग पर नियंत्रित रहे। सुरक्षा संवेदनशीलता के दृष्टिगत कांवड़ यात्रा क्षेत्र एवं शिविरों में कार्यरत व्यक्तियों का गहन सत्यापन कराया जाना आवश्यक है।
कांवड़ यात्रा के दौरान चारधाम यात्रा पर आने वाले तीर्थ यात्रियों की सुविधाओं का ध्यान रखते हुए उनके लिए पृथक मार्गों का निर्धारण करते हुए दिल्ली से ही चारधाम यात्रा मार्ग का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। अन्तर्राज्यीय बैरियरों/चैक पोस्ट- चिड़ियापुर बैरियर, नारसन चैक पोस्ट, लखनौता चैक पोस्ट, काली नदी बैरियर एवं गौवर्धन चैक पोस्ट पर संदिग्ध व्यक्तियों एवं वाहनों की सीमावर्ती प्रदेशों के साथ संयुक्त चैकिंग।
सम्पूर्ण कांवड़ यात्रा मार्ग पर मेडिकल कैम्प और एम्बुलेंस की पर्याप्त व्यवस्था करने का निर्णय लिया गया। बार्डर के मिश्रित आबादी क्षेत्रों में पर्याप्त पुलिस बल नियुक्त किया जाए। बैठक में तय किया गया कि कांवडियों की सुरक्षा के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा, साथ ही उपद्रव करने वालों के साथ सख्ती से निपटा जाएगा।