
चंडीगढ़ / नई दिल्ली : गौरतलब है कि एमएसपी गारंटी कानून और कर्जमाफी समेत 12 मांगों को लेकर आंदोलन करने सड़कों पर उतरे हैं। किसानों की सरकार से वार्ता विफल होने के बाद बीते दिन मंगलवार सुबह दिल्ली के लिए रवाना हुए और पंजाब के विभिन्न इलाकों से ट्रैक्टर ट्रॉलियों में टेंट व राशन लेकर निकले किसानों को हरियाणा के बॉर्डर पर रोका गया।
सील किए गए पटियाला के शंभू और जींद के दातासिंह वाला बॉर्डर पर प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाबलों की बीच कई बार टकराव हुए हैं। पथराव हुआ है आँसू गैस के गोले भी दागे गए हैं। किसानों को खदेड़ने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले, वाटर कैनन और रबड़ की गोलियां चलाईं। किसानों और सैनिकों के बीच हुए इस टकराव में लगभग 100 किसान व अंबाला के नारायणगढ़ के डीएसपी आदर्शदीप समेत पुलिस व अर्धसैनिक बलों के 27 जवान घायल हुए हैं। रियाणा में अर्धसैनिक बलों की 64 कंपनियां और पुलिस की 50 कंपनियां तैनात हैं। मंगलवार रात 8 बजे तक पंजाब के किसान कहीं से भी हरियाणा में प्रवेश नहीं कर पाए । प्रदर्शनकारियों के साथ बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल हैं।