
City Newz जैव विविधता से भरे हुए उत्तराखंड में वन्य जीव संरक्षण एवं जल जीव संरक्षण प्रेमियों के लिए खुशी की खबर है अब कोसी नदी में पहली बार 6 दुर्लभ ऊदबिलाव के दीदार हुए हैं।
“80 साल बाद रामनगर में फिर लौटी वन्यजीवों की विरासत”
रामनगर कोसी नदी में पहली बार एक साथ छह दुर्लभ ऊदबिलाव (Otters) दिखाई दिए हैं। यह अद्भुत नज़ारा वन्यजीव फ़ोटोग्राफ़र दीप राजवार ने कैमरे में क़ैद किया।
उन्होंने बताया कि रामनगर वन प्रभाग में ऊदबिलाव की उपस्थिति पहली बार 1935 में दर्ज की गई थी। इसके बाद लगभग 80 साल तक इनका कोई रिकॉर्ड नहीं मिला। साल 2016 में फिर से इनकी मौजूदगी की पुष्टि हुई थी।
पर्यावरण के लिए शुभ संकेत
एक साथ इतने ऊदबिलावों का दिखना न सिर्फ वन्यजीव प्रेमियों के लिए खुशी की ख़बर है, बल्कि यह इस बात का भी संकेत है कि कोसी नदी का पर्यावरण पहले से अधिक शुद्ध और स्वस्थ हो रहा है।
राजवार ने बताया कि उन्होंने पाँच साल पहले कोसी नदी में तीन ऊदबिलावों को देखा और कैमरे में कैद किया था, लेकिन एक साथ छह ऊदबिलाव देखना उनके लिए भी पहली बार है।
विशेषज्ञों की राय
कॉर्बेट टाइगर रिज़र्व के निदेशक डॉ. साकेत बडोला ने कहा—
“कोसी नदी में ऊदबिलाव की उपस्थिति पर्यावरणीय शुद्धता का सकारात्मक संकेत है। आम तौर पर ऊदबिलाव धिकाला स्थित रामगंगा नदी में देखे जाते हैं। लेकिन कोसी नदी में इनका आना बेहद उत्साहजनक है।”
जैव-विविधता की पुष्टि
वन विभाग और पर्यावरणविदों के अनुसार, यह नज़ारा इस क्षेत्र की समृद्ध जैव-विविधता, पारिस्थितिक संतुलन और मज़बूत हो रहे नदी तंत्र का जीवंत प्रमाण है।