
विश्व प्रसिद्ध उत्तराखंड की चारधाम यात्रा का आगाज आज से हो है।चारधाम यात्रा का उद्घाटन उत्तरकाशी में स्थित मां गंगा के गंगोत्री धाम के कपाट खुलने से हुआ है। राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खुद इस दिव्य पल के साक्षी बने।गंगोत्री के कपाट खुलने के समय हजारों तीर्थयात्री मंदिर प्रांगण में मौजूद थे। इस दौरान हर-हर गंगे और मां गंगा की जय के जयकारों
से गंगोत्री धाम गूंज उठा। गंगोत्री धाम में पहली पूजा पीएम नरेंद्र मोदी के नाम से की गई।विश्व प्रसिद्ध गंगोत्री धाम के कपाट आज वैदिक मंत्रोच्चारण और पूजा अर्चना के साथ श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए गए।गंगोत्री धाम के कपाट सुबह 10:30 बजे देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोले गए। इससे पहले आज सुबह सात बजे मां गंगा की डोली भैरव
घाटी स्थित भैरव मंदिर से गंगोत्री के लिए रवाना हुई। ठीक साढ़े आठ बजे मां गंगा की चल विग्रह डोली गंगोत्री धाम पहुंची।यहां तीर्थ पुरोहितों ने विधिवत पूजा अर्चना, गंगा लहरी, गंगा सहस्त्रनाम का पाठ करने के बाद रीति-रिवाज और वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ 10:30 पर गंगोत्री धाम के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिये गए।गंगोत्री धाम के कपाट खुलने से पहले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खुद वहां पहुंचे।सीएम धामी के हेलीकॉप्टर ने हर्षिल हेलीपैड पर लैंड किया। यहां पार्टी कार्यकर्ताओं एवं स्थानीय जनता ने सीएम धामी का स्वागत किया। हर्षिल से मुख्यमंत्री कार से गंगोत्री धाम पहुंचे।गंगोत्री धाम में आज कपाट खुलने पर भक्तों की अपार भीड़ मौजूद रही।
मंदिर को फूलों से भव्य रूप से सजाया गया है. अब अगले 6 महीने तक चलने वाली चारधाम यात्रा में मां गंगा की आरती और दर्शन रोजाना होंगे।आपको बताते चलें कि गंगोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही अक्षय तृतीया पर आज मां यमुना के यमुनोत्री धाम के कपाट भी खोल दिए गए हैं। यमुना जी की डोली अपने भाई शनि महाराज के साथ सुबह साढ़े आठ बजे खरसाली गांव से यमुनोत्री धाम के लिए रवाना हुई। करीब पांच किमी पैदल चलने के बाद भक्तों के साथ मां की चल
विग्रह डोली यमुनोत्री धाम पहुंची। शुभ मुहूर्त में दोपहर 11 बजकर 57 मिनट पर यमुनोत्री धाम के कपाट 6 माह के लिए श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए हैं।गंगोत्री और यमुनोत्री धामों के कपाट खुलने के साथ ही उत्तराखंड की विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा का आगाज हो गया है।इससे पहले विशेष पूजा अर्चना के बाद मां यमुना की डोली सैकड़ों स्थानीय एवं विभिन्न राज्यों से आए श्रद्धालुओं के साथ अपने शीतकालीन प्रवास स्थल खरसाली गांव से 6 माह ग्रीष्मकाल के लिए मां यमुना जी के जयकारों साथ यमुनोत्री धाम के लिए रवाना हुई। इससे पहले प्रात: यमुना जी की डोली सोमेश्वर महाराज मंदिर परिसर में
पहुंची।वहीं से विदाई के लिए उनके मायके वालों के साथ ही उनके भाई सोमेश्वर महाराज की डोली यमुनोत्री धाम साथ में चली।