राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने राजभवन में एआई और टेक्नोलॉजी विशेषज्ञों, गोपीकृष्ण रेड्डी और एमवीएन साईं के साथ बैठक कर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और टेक्नोलॉजी के विस्तार और इसके उपयोग के संभावित क्षेत्रों पर चर्चा की। इस अवसर पर अपर सचिव श्री राज्यपाल श्रीमती स्वाति एस. भदौरिया भी उपस्थित रहीं। इस बैठक में एआई और तकनीकी प्रगति के उपयोग से नागरिकों को बेहतर सेवाएं और अवसर प्रदान किए जाने पर विस्तृत चर्चा हुई।
राज्यपाल ने विशेषज्ञों से सुझाव प्राप्त किए कि किस प्रकार से एआई को आपदा प्रबंधन, स्वास्थ्य सेवाएं, कृषि, शिक्षा और पर्यटन जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में शामिल किया जा सकता है। राज्यपाल ने कहा कि एआई और टेक्नोलॉजी राज्य की विकास यात्रा को एक नई दिशा दे सकती है और उत्तराखण्ड को एआई और टेक्नोलॉजी का हब बनाने में सहायक सिद्ध हो सकती है।
राज्यपाल ने यह भी कहा कि वर्तमान समय में एआई और टेक्नोलॉजी का महत्व तेजी से बढ़ रहा है, और पूरे विश्व में इसकी स्वीकार्यता बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड के युवाओं को इस क्षेत्र में आगे आने और अपने स्टार्टअप्स स्थापित करने के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए। गौरतलब है कि राज्यपाल के मार्गनिर्देशन में राजभवन में एआई और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में कई अभिनव प्रयास किए गए हैं, जिनका उद्देश्य टेक्नोलॉजी-संचालित कार्य संस्कृति विकसित करना है।