एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल ने विधायक उमेश कुमार और पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन के बीच आपसी विवाद के प्रकरण में त्वरित कार्यवाही कर कानून व्यवस्था को बेहतर बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। उन्होंने तत्काल दोनों पक्षों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करते हुए कानून व्यवस्था कायम की। पुलिस ने इस प्रकरण में उल्लेखनीय भूमिका अदा करते हुए हरिद्वार में शांति का वातावरण बनाए रखा। जिसका पूरा श्रेय एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल को जाता है।
पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन और खानपुर विधायक उमेश कुमार दोनों के उग्र तेवरों को शांत करना आसान नही था। उमेश कुमार अपनी मां पर गई टिप्पणी को लेकर बेहद आहत नजर आए और गुस्से में आग बबूला हो रहे थे। जबकि कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन रंग महल में उमेश कुमार के ललकारने को लेकर बेहद उग्र थे। दोनों के बीच तल्खी पूरी तरह से बढ़ चुकी थी। कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन के विधायक उमेश कुमार के कार्यालय पर पहुंचकर फायरिंग करने के बाद एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल तत्काल एक्शन में आ गए।
उन्होंने इस पूरे प्रकरण में त्वरित निर्णय करते हुए कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन की तलाश शुरू कराई और देहरादून पुलिस की मदद से उनको हिरासत में ले लिया गया। हरिद्वार पुलिस ने कुंवर चैंपियन को कस्टडी में लिया और मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाही करते हुए कानून को सर्वोपरि रखा। एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल ने अपने निर्णय से यह साफ जाहिर किया कि कानून सभी के लिए एक समान है। कानून व्यवस्था को तोड़ने का अधिकार किसी को नही दिया जायेगा। वही दूसरी ओर उन्होंने खानपुर विधायक उमेश कुमार के खिलाफ भी कानूनी कार्यवाही की गई। कुंवर प्रणव सिंह की पत्नी रानी देवयानी की तहरीर पर मुकदमा दर्ज करते हुए उमेश कुमार को भी गिरफ्तार कर लिया। दोनों का प्रकरण अब न्यायालय में विचाराधीन है। हरिद्वार में शांति का वातावरण पूरी तरह से कायम है। एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल ने इस प्रकरण में हरिद्वर पुलिस कप्तान के तौर पर शानदार उल्लेखनीय भूमिका निभाई। जिसकी हरिद्वार की जनता ने सराहना की है।