
स्वस्थ रहने के लिए अच्छी नींद बेहद जरूरी है. पूरे दिनभर के बिजी शेड्यूल के बाद थकान दूर करने के लिए रात में 6-7 घंटे की नींद की जरूरत होती है. इससे आंखों, दिमाग समेत शरीर की मसल्स और अंगों को आराम मिलता है. हालांकि, अगर आप रात में गलत तरीके से सोते हैं तो कई स्वास्थ्य समस्याएं पैदा हो सकती हैं. कुछ अध्ययनों में पाया गया है कि रात में गलत तरीके से सोने से शरीर के कई अंग खराब हो सकते हैं. आज हम बैड स्लीपिंग पोजीशन के बारे में जानेंगे और यह भी पता करेंगे कि गलत तरीके से सोने से शरीर का कौन सा अंग प्रभावित होता है.
पेट के बल सोना
आपने कई बार देखा होगा कि कुछ लोगों की पेट के बल सोने की आदत होती है. कुछ अध्ययनों में यह बात सामने आई है कि पेट के बल सोने से महिलाओं को ज्यादा समस्याएं हो सकती हैं. आइए जानते हैं कि पेट के बल सोने से महिलाओं को क्या-क्या समस्याएं हो सकती हैं.
रीढ़ की हड्डी प्रभावित होना
पेट के बल सोने से रीढ़ की हड्डी को नुकसान पहुंचता है, खासतौर पर उन महिलाओं को, जिनका वजन अधिक होता है. पेट के बल सोने से रीढ़ की हड्डी पर दबाव पड़ता है, पोस्चर से जुड़ी समस्याएं पैदा हो सकती हैं. इसके अलावा, पेट के बल सोने से डिस्क से जुड़ी भी शुरू हो सकती है.
फेफड़ा
पेट के बल सोने से महिलाओं की छाती सिकुड़ जाती है और इसका असर उनके फेफड़ों पर पड़ता है. इसी कारण, पेट के बल सोने से सांस से जुड़ी दिक्कतें पैदा हो सकती है. जिन महिलाओं को सांस की दिक्कत हैं, उन्हें पेट के बल बिल्कुल भी नहीं सोना चाहिए.
कंधे व गर्दन
पेट के बल सोने से कंधे व गर्दन के बीच की मसल्स में असामान्य खिंचाव आ सकता है. इस तरह सोने से कंधों के जोड़ों पर ज्यादा दबाव पड़ता है, जिससे कंधों में दर्द होने लगता है.
सोने का सही पोजीशन
पीठ के बल सबसे सही स्लीपिंग पोजीशन मानी जीता है. खासतौर उन लोगों को, जिन्हें फेफड़ों से जुड़ी समस्याएं हैं. डॉक्टर भी ऐसे लोगों को पीठ के बल सोने की सलाह देते हैं. इसके अलावा, आप चाहें तो एक तरफ करवट लेकर भी सो सकते हैं. आप चाहें तो डॉक्टर से भी सोने की सही पोजीशन के बारे में पूछ सकते हैं.