
दीपावली हर जगह रोशनी का त्यौहार है। यह हिंदू धर्म के प्रमुख त्योहारों में है। दीपोत्सव का यह महापर्व पांच दिनों तक मनाया जाता है , इसकी शुरुआत धनतेरस से होती है। धनतेरस का पर्व छोटी दिवाली से एक दिन पहले होता है। पंचांग के मुताबिक़, धनतेरस का पर्व कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन हर्षोल्लास से मनाया जाता है।
इस दिन धन्वंतरि देव, लक्ष्मी जी और कुबेर महाराज की पूजा-अर्चना होती है और किसी भी वस्तु की खरीदारी के लिए यह दिन उत्तम होता है। धनतेरस के दिन खरीदी गई चल-अचल संपत्ति में तेरह गुणा बढ़ोतरी होती है। यही वजह है कि लोग इस दिन बर्तनों की खरीदारी के अलावा सोने-चांदी की चीजें भी खरीदते है। इस बार धनतेरस की तिथि 10 नवंबर को दोपहर 12 बजकर 35 मिनट से शुरू होगी और होकर समापन अगले दिन 11 नवंबर की दोपहर 01 बजकर 57 मिनट पर होगा। धनतेरस के दिन पूजा प्रदोष काल में होती है, इसलिए धनतेरस 10 नवंबर को मनाई जाएगी।