
2027 में आयोजित होने वाले वाले अर्द्धकुम्भ मेले की तैयारी में शासन प्रशासन पूरी मुस्तैदी के साथ जुट गया है। मंगलवार को गढ़वाल आयुक्त और आईजी गढ़वाल ने सभी विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की। अधिकारियों से अगले सात दिन में सभी तैयारियों से संबंधित ब्लू प्रिंट मांगा गया है। कुंभ मेले के सफल आयोजन के लिए सबसे अधिक फोकस यातायात प्रबंधन पर किया गया है।
आयुक्त गढ़वाल मण्डल विनय शंकर पाण्डेय की अध्यक्षता में मेला नियंत्रण भवन में हुई बैठक में विभागीय अधिकारियों ने अपनी तैयारियों के संबंध में रिपोर्ट प्रस्तुत की। आयुक्त ने कहा कि मुख्यमंत्री ने प्रयागराज से ही घोषणा की है कि यह मेला अर्द्धकुम्भ नहीं कुंभ मेले के नाम से ही आयोजित किया जाएगा। प्रयागराज की तर्ज पर मेले का भव्य और दिव्य आयोजन होगा। कुम्भ मेले 2027 आयोजन में किसी भी स्तर पर कोई भी कमी न रहे, जो भी आवश्यक कार्यों हों, उनकी समय से डीपीआर तैयार कर ली जाये। उन्होंने अल्प कालिक तथा दीर्घकालिक कार्यों की अलग-अलग सूची बनाने के निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दिये।
गढवाल आयुक्त ने बताया कि मेले में यातायात पर विशेष फोकस किया गया है। मेले के दौरान पार्किंग हरकी पैडी से 15-15 किलोमीटर दूर करने और वहां से हर दो मिनट में शटल सेवा चलाने का प्रस्ताव आया है। इस पर अगले सात दिन में रिपोर्ट मांगी गई है। मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को उच्च कोटि की सुविधाए मिलें, उन्हें किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े इस पर विशेष ध्यान रखने को कहा गया है। बिजली विभाग, पुलिस, परिवहन आदि को व्यवस्था दुरूस्त करने के निर्देश दिये हैं। सुरक्षात्मक दृष्टि से सभी पहलुओं पर विशेष कार्य करने के लिए कहा गया है। बैठक में गंगा सभा के अध्यक्ष नितिन गौतम, महामंत्री तन्मय वशिष्ट, सीएमओ आर.के सिंह, एसपी हरिद्वार जितेन्द्र मेहरा, नगर मजिस्ट्रेट कुश्म चौहान, एचआरडीए वीसी अंशुल सिंह और अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।