
आज मंगलवार को प्रदेश मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में चारधाम यात्रा तैयारियों की समीक्षा बैठक होगी जिसमें अहम फैसला लिया जाएगा। पिछले साल चार धामों में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए इस बार दर्शन के लिए प्रतिदिन श्रद्धालुओं की संख्या को बढ़ाने पर सरकार नई घोषणा कर सकती है। हालांकि पर्यटन विभाग ने पिछली यात्रा के अनुभव के आधार पर केदारनाथ धाम के लिए प्रतिदिन 15 हजार, बदरीनाथ के लिए 18 हजार, गंगोत्री के लिए 9000, यमुनोत्री के लिए 6000 संख्या तय करने के लिए विचार किया है और इसपर प्रस्ताव भी बनाया गया है।
आपको बतादें कि चारधाम यात्रा मार्गों पर स्वास्थ्य सुविधा, केदारनाथ धाम में यात्रियों के ठहरने, बदरीनाथ व केदारनाथ धाम में वीआईपी दर्शन के लिए शुल्क तय करने, बसों का प्रबंधन, घोड़ा खच्चरों का स्वास्थ्य परीक्षण करने, पैदल मार्गों पर गरम पानी की व्यवस्था, शेड, बिजली व पेयजल की आपूर्ति, सड़कों की मरम्मत समेत कई व्यवस्थाओं पर फैसला होगा।
इस बार चारधाम यात्रा के एसोसिएशन के प्रतिनिधियों ने सीएम धामी को बताया है कि चारधाम यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं को ऑफलाइन पंजीकरण के लिए कहा है। ऑनलाइन पंजीकरण की अनिवार्यता को समाप्त किया जाए। इसके जिलावा चारों धाम में यात्रा पर आने वाले यात्रियों के लिए सीमित संख्या की बाध्यता समाप्त की जाए।