
उत्तराखंड की विकास यात्रा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपनों को धरातल पर उतारने का काम युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कर रहे हैं उत्तराखंड के पहले ऐसे मुख्यमंत्री हैं जिन्हें भाजपा हाईकमान का पूरा पूरा आशीर्वाद और विश्वास प्राप्त है और वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के खास विश्वास पात्र हैं और उनके विश्वास को दृढ़ विश्वास में बदलने में सफल रहे हैं उन्होंने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री की कमान उस समय संभाली थी जब राज्य में भाजपा के खिलाफ जबरदस्त जन आक्रोश था और ऐसा लग रहा था कि 2022 में भाजपा सत्ता में नहीं लौटेगी परंतु इस युवा मुख्यमंत्री ने चमत्कार कर दिखाया और जनता ने इस युवा मुख्यमंत्री के चेहरे पर विश्वास जताते हुए भाजपा को फिर से सत्ता में ला दिया मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के समय राज्य के विकास के लिए रात दिन मेहनत कर रहे हैं और भ्रष्टाचार के खिलाफ और लैंड जिहाद के खिलाफ जबरदस्त जंग लड़ रहे हैं और इस लड़ाई में उन्हें जनता का विश्वास मिल रहा है राज्य की कानून ववस्था दुरुस्त है और राज्य प्रगति के पथ पर अग्रसर है
उत्तराखंड के विकास में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 9 साल का कार्यकाल में बड़ी बड़ी सौगात लेकर आया प्रधानमंत्री ने उत्तराखंड के विकास के लिए विशेष दिलचस्पी दिखाई है और उन्होंने अगली सदी उत्तराखंड की घोषित की दरअसल देवभूमि उत्तराखंड नरेंद्र मोदी के राजनीति में सक्रिय होने से पूर्व उनकी साधना और तप स्थली रही है यहां की वादियों में उन्होंने कई साल बिताए और साधना की इसीलिए प्रधानमंत्री अपने व्यक्तिगत और सार्वजनिक जीवन में उत्तराखंड विशेष महत्व देते हैं प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी पहले से प्रधानमंत्री हैं जो सबसे ज्यादा बार केदारनाथ मंदिर के दर्शन करने आए साथ ही उन्होंने केदारनाथ में आई 2013 की आपदा के बाद इस धाम का सौंदर्यीकरण और जीर्णोद्धार करने का बीड़ा उठाया था और अपने 9 साल के कार्यकाल में केदारनाथ धाम को एक नई सूरत दी वहां पर मंदिर परिसर के सौंदर्यीकरण के साथ-साथ ध्यान एवं तपस्या के लिए गुफा का निर्माण करवाया आदि गुरु शंकराचार्य की समाधि का सौंदर्यीकरण तथा उनकी प्रतिमा का निर्माण करवाया
नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद भाजपा ने उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव में लगातार दो बार जीत हासिल कर एक नया कीर्तिमान बनाया पहली बार कोई राजनीतिक दल उत्तराखंड में लगातार 2 विधानसभा सभा चुनाव में जीत हासिल कर सत्ता में बना रहा
प्रधानमंत्री ने राज्य के विकास के लिए नौ रत्नों का उल्लेख करते हुए कहा कि “डबल इंजन” की सरकार उत्तराखंड जैसे पहाड़ी राज्य की तकदीर और तस्वीर दोनों बदलने के लिए प्रतिबद्ध है। प्रधानमंत्री ने उत्तराखंड के विकास के लिए “विकास के नवरत्नों को एक बड़ा तोहफा मानते है। साथ ही प्रधानमंत्री ने राज्य के विकास के लिए “नवरत्नों की माला को पिरोने के लिए ढांचागत विकास के लिए जो परियोजनाएं राज्य चल रही हैं उसके लिए उन्होंने राज्य की पुष्कर सिंह धामी सरकार की पीठ थपथपाते हुए कहा कि धामी ने राज्य के विकास के लिए नई ऊर्जा प्रदान की है
देवभूमि उत्तराखंड से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विशेष लगाव किसी से छुपा नहीं है। उनका बार-बार उत्तराखंड आना और देवभूमि के विकास के प्रति उनके विचार एवं गतिमान व प्रस्तावित योजनाएं यह बताने के लिए पर्याप्त है प्रधानमंत्री हमेशा कहते हैं कि आने वाला दशक उत्तराखंड का दशक होगा, और उसे धरातल पर उतारने के लिए प्रधानमंत्री मोदी और राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी संकल्पबद्ध दिखाई देते है। अभी प्रधानमंत्री राज्य के विकास के लिए 9 रत्नों का जिक्र करते हुए कहते हैं कि विकास के नवरत्न आने वाले दिनों में उत्तराखंड के लिए बहुत महत्वपूर्ण होंगे
उत्तराखंड के विकास के लिए प्रधानमंत्री ने नौ रत्नों की जो माला पिरोई है उन्हें उनके विकास के नवरत्न इस प्रकार शामिल है
पहला रत्न- केदारनाथ-बद्रीनाथ धाम में 1300 करोड़ रुपए से पुनर्निर्माण का कार्य
दूसरा रत्न- ढाई हजार करोड़ रुपए की लागत से गौरीकुण्ड-केदारनाथ और गोविंदघाट-हेमकुण्ट साहिब रोपवे का कार्य
तीसरा रत्न- कुमायूं के पौराणिक मंदिरों को भव्य बनाने के लिये मानसखण्ड मंदिर माला मिशन का काम
चौथा रत्न- पूरे राज्य में होम स्टे को बढ़ावा। राज्य में 4000 से अधिक होम स्टे पंजीकृत हो चुके हैं
पांचवा रत्न- 16 पारिस्थितिकी पर्यटन केंद्र (ईको टूरिज्म डेस्टिनेशन) का विकास करना
छठा रत्न- उत्तराखंड में स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार कल उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल के लिए उधमसिंह नगर जिले में एम्स का सेटलाइट सेंटर भी बनाया जाना।
सातवां रत्न- करीब 2 हजार करोड़ रुपए की लागत वाली टिहरी विकास परियोजना को धरातल पर उतारने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य करना
आठवां रत्न- ऋषिकेश-हरिद्वार का साहसिक पर्यटन के रूप में विकसित करना और ऋषिकेश का अंतरराष्ट्रीय योग की राजधानी के रूप में विकास किया जाना
नौवा रत्न- कुमाऊं मंडल क्षेत्र के विकास के लिए टनकपुर-बागेश्वर रेल पटरी का कार्य जल्दी शुरू किया जाना शामिल है
इस तरह प्रधानमंत्री ने उत्तराखंड को नवरत्नों के विकास की सौगात दी है प्रधानमंत्री अपने इन नौ रत्नों को राज्य के विकास के लिए सोने पर सुहागा मानते हैं साथ ही प्रधानमंत्री ने 12 हजार करोड़ रुपए की लागत से चारधाम महापरियोजना को लागू करने के लिए विशेष रूचि दिखाई है और प्रधानमंत्री कार्यालय से सीधे इस कार्य की समय-समय पर समीक्षा होती रहती है और बाबा केदारनाथ के दर्शन करते समय जब भी प्रधानमंत्री उत्तराखंड आते हैं तब खुद धरातल पर इस परियोजना की समीक्षा करते हैं नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री के 9 साल के कार्यकाल में उत्तराखंड में मैदानी और पर्वतीय क्षेत्रों में सड़क यातायात सुचारू बनाए जाने के लिए ऑल वेदर रोड तथा दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे पर रात दिन लगातार कार्य हो रहा है जिससे देहरादून-दिल्ली के बीच सफर और आसान हो जाएगा। साथ ही राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों के विकास के लिए पर्वतमाला योजना भी राज्य में लागू की जा रही है जिससे पर्वतीय क्षेत्रों में सड़क मार्ग से संपर्क आसान हो जाएगा ऑल वेदर रोड का निर्माण सामरिक दृष्टि से भी बहुत महत्व रखता है क्योंकि उत्तराखंड राज्य चीन और नेपाल की अंतरराष्ट्रीय सीमा से जुड़ा हुआ सीमांत प्रदेश है